प्रीत पुरानी शाम प्रीत पुरानी प्रीत की रित निभाई वे ऐसा प्रीत पुरानी शाम प्रीत पुरानी प्रीत की रित निभाई वे ऐसा
ला साकी थोड़ी तो और शराब ला सागर को छलकने दे जी भर के तू अभी अंजुम की रोशनी में भी खि ला साकी थोड़ी तो और शराब ला सागर को छलकने दे जी भर के तू अभी अंजुम की रोशन...
डाँटती है जब देर रात में काम करते देखती है आराम लेने को कहकर हर वक्त वह सताती है थके ह... डाँटती है जब देर रात में काम करते देखती है आराम लेने को कहकर हर वक्त ...
मृदुल मन की अरज तु सुन ले अब तो सुन मेरे साई •••ओ सुन लो। मृदुल मन की अरज तु सुन ले अब तो सुन मेरे साई •••ओ सुन लो।
अब देखें, क्या है आने वाला कल, ठानी है, मंज़िल पाने की, हर क्षण, हर पल ।। अब देखें, क्या है आने वाला कल, ठानी है, मंज़िल पाने की, हर क्षण, हर पल ।।
आने वाला वक़्त न जाने क्या ले कर आएगा तुझे पास लाएगा या मुझे दूर ले जायेगा !! आने वाला वक़्त न जाने क्या ले कर आएगा तुझे पास लाएगा या मुझे दूर ले जायेगा !!